परमात्मा
को कैसे याद करे |
1. परमात्मा का परिचय | जैसे परमात्मा
का नाम, स्वरूप, स्थान |
2. परमात्मा रिश्ता | जैसे सद्गुरु,
परमपिता, |
3. परमात्मा से प्यार | क्योंकि
रिश्ते में भी प्यार होना जरूरी है|
4. परमात्मा से प्राप्ति | जैसे
पवित्रता, ज्ञान, शक्ति, सुख़, शान्ति, प्रेम व आनन्द |
परमात्मा को याद करने की जरूरत नहीं पड़ेगी, उनकी याद अपने आप आएगी जैसे माँ को
याद करने के लिए कुछ करना पड़ता और याद भी करना पड़े तो एसे याद करो जैसे कोई बच्चा
अपनी माँ को याद करता है| फिर भी याद ना आये तो कोई कार्य करने से पहले इतना याद
रक्खो कि मुझसे बड़ी कोई शक्ति है जिसे परमात्मा कहते है|
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