Thursday, 9 April 2015

सफलता की कुंजी : जप तप और व्रत

सफलता की कुंजी : जप तप और व्रत

जप : लक्ष्य को बार- बार दोहराना l जब हम किसी बात को बार-बार दोहराते है तो हमारे अंदर उसको पाने की इच्छा बढ़ जाती है | जिसे हम जवलंत इच्छा  (Burning  Desire) कहते है जो लक्ष्य प्राप्ति का पहली कुंजी है |

तप : लक्ष्य प्राप्त करने के लिए बन्धनों से मुक्ति | लक्ष्य प्राप्त करने के रास्ते में जो भी रूकावटे हमारे जीवन में आती है उनकी परवाह किये बिना आगे बढ़ते जाना यह लक्ष्य प्राप्ति का दूसरा कुंजी है |

व्रत :  लक्ष्य प्राप्ति की प्रतिज्ञा पर अडिग रहना (Strong Determination) | निश्चय बुद्धि सदा विज्यंती |  यह लक्ष्य प्राप्ति की  तीसरी कुंजी है |

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